बाँदा के नरैनी विधानसभा के थाना कालिंज़र क्षेत्र में मानवता हुई तार-तार!
कल दिनांक: 29 जुलाई 2025 को कानपुर के हैलट अस्पताल में उस छः वर्षीय मासूम बच्ची से मुलाकात की, जो बाँदा जनपद के कालिंजर थाना क्षेत्र में दरिंदगी की शिकार हुई। यह बच्ची अब सिर्फ एक परिवार की पीड़ा नहीं, पूरे समाज की आत्मा पर गहरे वार की प्रतीक बन चुकी है। उस मासूम बच्ची के साथ जो दरिंदगी हुई, वह बर्बरता की सारी सीमाएं चुकी है। जब बच्ची ने चिल्लाने की कोशिश की, तो उसकी जीभ काट दी। शरीर के संवेदनशील अंगों पर जानवरों की तरह हमले किए। यह कोई साधारण अपराध नहीं है, बल्कि मानवता का पतन है। आरोपी अमित रैकवार केवल एक इंसान नहीं, बल्कि राक्षस है। और ऐसे राक्षस का जिंदा रहना समाज के लिए ख़तरनाक है। इतनी वीभत्स घटना के बाद भी उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की चुप्पी सबसे अधिक भयावह है। भाजपा सरकार बार-बार "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" का नारा देती है, पर जब किसी बेटी पर ऐसे निर्मम, अमानवीय हमले होते हैं, तब सरकार की संवेदनशीलता और कार्रवाई दोनों नदारद हो जाती हैं।
जो सरकार की ध्वस्त कानून व्यवस्था का उदाहरण है। ये कोई पहली घटना नहीं है। कानून-व्यवस्था की हालत यह है कि अपराधी बेलगाम हैं और बिना किसी भय के दिनदहाड़े अपराध को अंजाम दिए जा रहे हैं। सरकार ये जान ले कि इस अपराधी को बचाने का या कार्रवाई में ढिलाई बरतने का कोई भी प्रयास संविधान, न्याय और समाज तीनों के खिलाफ होगा। सरकार आरोपी अमित रैकवार के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर उसे सरेआम फांसी की कठोरतम सजा दिलवाए। यही एकमात्र न्याय होगा। समाजवादी पार्टी पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है न केवल भावनात्मक रूप से, बल्कि कानूनी, आर्थिक और राजनीतिक स्तर पर भी। हमारी पार्टी यह मांग करती है कि पीड़ित परिवार को ₹50 लाख मुआवज़ा दिया जाए। बच्ची का संपूर्ण इलाज सरकार के खर्चे पर हो। आरोपी को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से 3 महीने के अंदर सजा दी जाए। यह मामला किसी जाति, पार्टी या क्षेत्र का नहीं, बल्कि एक ऐसी बच्ची का है, जिसे हमने खोने की कगार पर पहुँचा दिया है। यह उस व्यवस्था का चेहरा है जो नारों से तो सजी है, लेकिन जमीनी सुरक्षा देने में असफल है। भाजपा सरकार से अब केवल निंदा नहीं, कार्रवाई चाहिए।
वरना आने वाले दिनों में हर नागरिक असुरक्षित होगा और लोकतंत्र केवल एक ढकोसला बनकर रह जाएगा।
#अमित_रैकवार_को_फांसी_दो
#भाजपा_की_विफल_कानून_व्यवस्था
#बेटी_के_साथ_न्याय_हो
#JusticeForTheChild
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें